मुंबई, 03 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। नेपाल के उत्तर-पूर्वी हिस्से में सोमवार को यालुंग री चोटी पर बड़ा हादसा हुआ, जब बर्फ का विशाल पहाड़ टूटकर बेस कैंप पर आ गिरा। इस दर्दनाक हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई और 4 घायल हो गए, जबकि 4 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। यह घटना डोलखा जिले के रोलवालिंग वैली इलाके में हुई, जो बागमती प्रांत के अंतर्गत आता है। मृतकों में 3 अमेरिकी, 1 कनाडाई, 1 इतालवी और 2 नेपाली नागरिक शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, हादसा उस वक्त हुआ जब 15 सदस्यीय टीम 5,630 मीटर ऊंची इस चोटी की ओर बढ़ रही थी। अचानक आए हिमस्खलन ने उन्हें बेस कैंप के पास ही अपनी चपेट में ले लिया।
स्थानीय वार्ड अध्यक्ष निंगगेली शेरपा ने बताया कि सुबह से ही प्रशासन को मदद के लिए कई बार सूचना दी गई, लेकिन बचाव कार्य देर से शुरू हो पाया। रोलवालिंग क्षेत्र प्रतिबंधित इलाका होने के कारण हेलिकॉप्टर को उड़ान की अनुमति मिलने में समय लगा, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन धीमा पड़ गया। नेपाल पुलिस, आर्मी और आर्म्ड पुलिस फोर्स की टीमें राहत और खोज अभियान में जुटी हैं। एक हेलिकॉप्टर भी मौके पर भेजा गया, लेकिन खराब मौसम की वजह से वह हादसे वाले क्षेत्र तक नहीं पहुंच सका। यालुंग री चोटी नेपाल-चीन सीमा के पास स्थित है और यह क्षेत्र तकनीकी रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है। यहां ट्रेकिंग करने के लिए विदेशी पर्यटकों को विशेष परमिट लेना जरूरी होता है। यह इलाका पहले से ही एवलॉन्च-प्रोन यानी हिमस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील है। 2019 में भी यहां एक फ्रेंच पर्वतारोहियों की टीम फंसी थी, जबकि 2015 के भूकंप के बाद इसी रूट पर कई पर्वतारोही अपनी जान गंवा चुके हैं।