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मेक इन इंडिया को बढ़ावा: AWS ने भारत में अपने मार्केटप्लेस का विस्तार किया, अब रुपये में होगी सॉफ्टवेयर की खरीद 🇮🇳

मुंबई, 7 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) Amazon Web Services (AWS) ने भारत में अपने AWS मार्केटप्लेस के बड़े विस्तार की घोषणा की है। इस कदम से भारतीय ग्राहकों के लिए स्थानीय प्रौद्योगिकी प्रदाताओं से सॉफ्टवेयर और सेवाओं की खरीद सीधे भारतीय रुपये (INR) में करना संभव हो गया है। AWS का लक्ष्य इस विस्तार के माध्यम से देश के बढ़ते डिजिटल अर्थव्यवस्था में खरीद को आसान बनाना, अनुपालन (Compliance) को सुव्यवस्थित करना और नवाचार (Innovation) को बढ़ावा देना है।

₹ खरीद और अनुपालन हुआ आसान

यह विस्तार विशेष रूप से भारतीय खरीदारों और विक्रेताओं दोनों के लिए कई लाभ लेकर आया है, जिससे डिजिटल लेनदेन का तरीका बदल जाएगा:

स्थानीय मुद्रा में बिलिंग: अब भारत स्थित इंडिपेंडेंट सॉफ्टवेयर वेंडर्स (ISVs), कंसल्टिंग पार्टनर और अन्य प्रौद्योगिकी प्रदाता अपने उत्पादों को रुपये में सूचीबद्ध और बेच सकते हैं। इसका सीधा मतलब है कि स्थानीय कंपनियों Read more...

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मार्च 2026 में आ सकता है Samsung Galaxy S26? लॉन्च की तारीख में देरी और 'प्लस' मॉडल की वापसी

मुंबई, 7 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) सैमसंग के आगामी Galaxy S26 सीरीज़ का इंतज़ार कर रहे प्रशंसकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। ताज़ा अफ़वाहों के अनुसार, सैमसंग अपने फ़्लैगशिप फ़ोन्स की लॉन्चिंग की तारीख में देरी कर सकता है। अगर ये ख़बरें सही साबित होती हैं, तो पिछले पाँच सालों में यह पहली बार होगा जब सैमसंग अपनी Galaxy S सीरीज़ को मार्च में लॉन्च करेगा।

📅 लॉन्च की तारीख में संभावित बदलाव

कोरियन मीडिया रिपोर्ट ETNews के मशीन-अनुवादित संस्करण के अनुसार, सैमसंग Galaxy S26 सीरीज़ के लिए अपना 'अनपैक्ड' इवेंट अगले साल 25 फरवरी को आयोजित कर सकता है। हालांकि, दक्षिण कोरिया में इसकी आधिकारिक बिक्री (Official Launch) मार्च के पहले सप्ताह में शुरू होने की संभावना है।

रिपोर्ट में इस देरी का मुख्य कारण उत्पाद संरचना (Product Composition) में अचानक किया गया बदलाव बताया गया है।

'एज' मॉडल ड्रॉप, 'प्लस' की वापसी: सैम Read more...

क्या AI और सोशल मीडिया 'ब्रेन रॉट' को बढ़ावा दे रहे हैं? वैज्ञानिक शोधों में सामने आई चिंताजनक सच्चाई

मुंबई, 7 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) डिजिटल दुनिया ने भले ही जानकारी तक हमारी पहुँच को आसान बना दिया हो, लेकिन अब यह एक नई और गंभीर समस्या को जन्म दे रही है: 'ब्रेन रॉट' (Brain Rot)। यह एक बोलचाल का शब्द है, जिसे ऑक्सफोर्ड ने 2024 का 'वर्ड ऑफ द ईयर' भी घोषित किया है। यह शब्द उस संज्ञानात्मक गिरावट (Cognitive Decline) को दर्शाता है जो ऑनलाइन कंटेंट के अत्यधिक उपभोग से होती है। इसमें ध्यान अवधि (Attention Span) का कम होना, सोचने-समझने की क्षमता का घटना और याददाश्त में कमी आना शामिल है।

हाल के शोधों से पता चलता है कि जिस तरह सोशल मीडिया और 'जंक' कंटेंट इंसानी दिमाग को प्रभावित कर रहे हैं, उसी तरह कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) भी 'ब्रेन रॉट' का शिकार हो रही है।

1. इंसानी दिमाग पर सोशल मीडिया का गहरा असर

विशेषज्ञों के अनुसार, सोशल मीडिया और शॉर्ट-फॉर्म वीडियो प्लेटफॉर्म्स एक ऐसी 'डोपामाइन-चालित' फीडबैक लूप (Dopamine-Dri Read more...

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