Entertainment

जन नायकन का दमदार पोस्टर हुआ रिलीज़, टीज़र इस दिन रिलीज़ होगा

केवीएन प्रोडक्शंस ने जन नायकन का शानदार नया पोस्टर जारी कर इंटरनेट पर धमाल मचा दिया है। इस बहुप्रतीक्षित एक्शन-पॉलिटिकल ड्रामा मेंसाउथ सुपरस्टार थलापति विजय मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। पोस्टर के साथ मेकर्स ने फिल्म के टीज़र की रिलीज़ डेट का ऐलान भी कर दिया है – 22 जून, 2025, रात 12 बजे – और कैप्शन में लिखा गया: "शेर हमेशा शेर होता है, और उसकी पहली दहाड़ आने वाली है।"

पोस्टर में विजय बेहद तीव्र और अडिग लुक में नजर आ रहे हैं, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि ये फिल्म उनके करियर की सबसे दमदारप्रस्तुतियों में से एक हो सकती है। टीज़र को “द फर्स्ट रोअर” नाम दिया गया है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि फिल्म एक नए राजनीतिकअध्याय की शुरुआत हो सकती है – शायद उनके रियल-लाइफ राजनीतिक सफर की भी।

फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं एच. विनोथ, जो नेररकोंडा पार्वाई और थुनीवू जैसी प्रभावशाली सामाजिक-राजनीतिक Read more...

Regional Newsऔर पढ़ें  

NEET के बाद UPPSC परीक्षा में भी संकट: रिश्वतखोरी के आरोपों से परीक्षा की ईमानदारी पर सवाल, जांच जारी

उत्तर प्रदेश में पीसीएस न्यायिक परीक्षा में धांधली हुई थी। मुख्य परीक्षा में 50 उत्तर पुस्तिकाएं बदल दी गई थीं। यूपी लोक सेवा आयोग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में माना कि परीक्षा में धांधली हुई थी। आयोग पर पीसीएस उत्तर पुस्तिकाएं बदलने और रिश्वत के बदले अभ्यर्थियों को पास करने के आरोप हैं।यूपी में अधीनस्थ न्यायालयों में जजों की नियुक्ति पीसीएस न्यायिक परीक्षा के जरिए होती है। यूपी लोक सेवा आयोग ने कोर्ट में माना कि गलत कोडिंग करके उत्तर पुस्तिकाएं बदली गई थीं।

इस घटना में तीन जूनियर अफसरों को निलंबित कर दिया गया। हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 8 जुलाई को है।उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस जे अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका बदलने के कथित मामले में पांच अफसरों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। यूपीपीएससी सचिव अशोक कुमार ने बताया कि जांच में लापरवाही बरतने पर अनुभाग अधिकारी शिवशंकर, समीक्षा अधिकारी नीलम शुक्ला और सहायक समीक्षा अधिकारी भगवती देवी को निलंबित कर दिया गया है।

Read more...

Music Art & Cultureऔर पढ़ें  

मोहन आलोक और हरिवंश राय बच्चन - साहित्यिक बंधन जो फेम से परे था

2024 खत्म होने को है और नया साल आ रहा है, हम एक नई श्रृंखला की शुरुआत कर रहे हैं, जो भारत के दिल से जुड़े उन साहित्यिक सितारों कोसमर्पित है, जिन्होंने डिजिटल फेम का पीछा नहीं किया, लेकिन अपनी कविताओं, कथाओं और लोककथाओं के माध्यम से साहित्य को एक नईऊँचाई तक पहुँचाया। इनमें से एक महान नाम है मोहन आलोक, जो हाल ही में हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी साहित्यिक धरोहर आज भी जीवितहै। राजस्थान के इस प्रख्यात कवि और कहानीकार ने अपने शब्दों से राजस्थान की संस्कृति को नए सिरे से जीवित किया और अनगिनत किताबों केरूप में अमिट छाप छोड़ी।

मोहन आलोक का काम डिजिटल युग के शोर से परे था। उन्हें सोशल मीडिया की जरूरत नहीं थी, क्योंकि उनकी कविताएँ अपने आप में पूरी थीं।उनका प्रसिद्ध कविता संग्रह 'G-geet' उन्हें 1983 में केंद्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार दिलाने में सफल रहा। रचनात्मकता की दिशा में उनकी राह मेंहमेशा एक अडिग मार्गदर्शक रहे—हरिवंश राय बच्चन। मोहन आल Read more...

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. bareillyvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.