India

रीवा में छात्रा की आत्महत्या का दर्दनाक मामला: शिक्षक की हरकतों से परेशान होकर उठाया खौफनाक कदम

मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक बेहद चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सेमरिया क्षेत्र स्थित संस्कार शिक्षा निकेतन विद्यालय की एक छात्रा ने शिक्षक की कथित हरकतों से त्रस्त होकर आत्महत्या कर ली। यह घटना न सिर्फ स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर रही है, बल्कि स्कूलों में छात्राओं की सुरक्षा और शिक्षक-छात्र संबंधों को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर रही है।

मोबाइल और सुसाइड नोट से खुला पूरा राज

पुलिस ने छात्रा के पास से एक मोबाइल फोन और सुसाइड नोट बरामद किया है। इस सुसाइड नोट में छात्रा ने कई चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं। उसने लिखा कि शिक्षक कक्षा में उसे मारते समय उसके हाथ पकड़ते थे और अनुचित तरीके से छूते थे। छात्रा ने आगे लिखा कि जब भी शिक्षक उसे डांटते या पीटते, वह अपनी मुट्ठी बंद कर लेता और चैलेंज करता कि "इसे खोलकर दिखाओ"। नोट में यह भी दर्ज है कि शिक्षक बेंच के ऊपर उसके हाथ पकड़कर कहते थे—"देखो, कितना ठंडा है"। छात्रा ने Read more...

दिल्ली ब्लास्ट मामले में तीसरी कार का खुलासा, जांच में बड़ा मोड़

दिल्ली ब्लास्ट मामले में अब जांच नई दिशा में बढ़ती दिख रही है। लाल किले के पास हुए धमाके के बाद दो कारों—आई20 और लाल रंग की इको स्पोर्ट्स—की तलाश में जुटी सुरक्षा एजेंसियों को अब तीसरी कार की जानकारी मिली है। सूत्रों के अनुसार, जांच में पता चला है कि संदिग्ध आतंकियों ने एक ब्रिजा (Brezza) कार का भी इस्तेमाल किया था। पुलिस ने इस सुराग के आधार पर फरीदाबाद में कई स्थानों पर छापेमारी की और घंटों की मशक्कत के बाद यह कार अल-फलाह यूनिवर्सिटी के परिसर से बरामद कर ली गई है।

जानकारी के अनुसार, ब्रिजा कार को डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल चला रहे थे, जो इस हमले की साजिश में शामिल बताए जा रहे हैं। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इस कार के जरिए विस्फोट से पहले और बाद में आतंकी मूवमेंट हुआ था। जांच एजेंसियां अब इस गाड़ी से मिले डिजिटल सबूतों, फिंगरप्रिंट्स और GPS डेटा को खंगाल रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि धमाके की योजना कहां और कब बनाई गई थी।

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विश्व गुरु बनने के लिए शिक्षा में संस्कृति-संस्कार जरूरी…एजुकेशन मॉडल पर BSB की अहम बैठक

भारतीय शिक्षा बोर्ड (BSB) की मंडल स्तर की संगोष्ठी हाल ही में अलीगढ़ के कल्याण सिंह हैबिटेट सेंटर में संपन्न हुई। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य वर्तमान शिक्षा प्रणाली में भारतीय संस्कृति और संस्कारों के अभाव पर चिंतन करना और भारतीय शिक्षा बोर्ड की आवश्यकता को रेखांकित करना था।

संगोष्ठी का शुभारंभ सभी अतिथियों द्वारा वेद मंत्रों के साथ दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के तौर पर डॉ. एन पी सिंह (पूर्व आईएएस और चेयरमैन, भारतीय शिक्षा बोर्ड), मुख्य अतिथि मंडलायुक्त संगीता सिंह, और विशिष्ट अतिथि मनोज गिरि (संयुक्त निदेशक) तथा राकेश कुमार (बेसिक शिक्षा) उपस्थित रहे।

मुख्य वक्ता का संबोधन: भारतीय शिक्षा बोर्ड क्यों जरूरी?

मुख्य वक्ता डॉ. एन पी सिंह ने मंडल से पधारे 300 से अधिक विद्यालयों के प्रबंधकों, प्राचार्यों और प्रतिनिधियों के सामने भारतीय शिक्षा बोर्ड की स्थापना के पीछे के मूल कारणों पर विस्तार से चर्चा की।

उन्होंने छात्रो Read more...

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