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Fact Check: 'इंडिया पोस्ट छठ पूजा सब्सिडी' के नाम पर चल रहा ऑनलाइन फ्रॉड, हो जाएं सावधान; दावा हो रहा वायरल

सोशल मीडिया पर आए दिन वायरल होने वाले भ्रामक दावों की श्रृंखला में एक नया मामला सामने आया है। लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप पर एक फर्जी लिंक के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि भारतीय डाक विभाग (India Post) 'छठ पूजा सब्सिडी' के तहत एक लकी ड्रा चला रहा है, जिसके विजेताओं को ₹20,000 की नकद सब्सिडी दी जाएगी। यह लिंक व्हाट्सएप समूहों में तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे कई लोग झांसे में आकर अपनी निजी जानकारी साझा कर सकते हैं। हालांकि, प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने इस वायरल मैसेज की तथ्यात्मक जांच (Fact Check) की है और पाया है कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।

वायरल दावे का स्वरूप

व्हाट्सएप पर 'इंडिया पोस्ट छठ पूजा सब्सिडी' शीर्षक के साथ एक लिंक साझा किया जा रहा है। इस लिंक पर क्लिक करने पर यूजर्स को एक सर्वेक्षण या लकी ड्रा में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है, जिसके बाद उन्हें ₹20,000 की सब्सिडी जीतने का लालच दिया जाता है। इस तरह के भ Read more...

इतिहास के झरोखे से: 27 अक्टूबर, एक ऐसा दिन जिसने राजनेताओं, शांति समझौतों और नवाचारों को देखा

हर दिन अपने भीतर इतिहास की अनगिनत कहानियाँ समेटे होता है, और 27 अक्टूबर भी कोई अपवाद नहीं है। यह तारीख भारतीय और विश्व इतिहास के पन्नों में महत्वपूर्ण राजनेताओं के जन्म, निर्णायक संधियों, वैज्ञानिक नवाचारों की शुरुआत और सांस्कृतिक संस्थाओं के उद्घाटन के लिए दर्ज है। 27 अक्टूबर का दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे एक ही तिथि पर विभिन्न कालखंडों में बड़े बदलाव आए और महान व्यक्तित्वों ने दुनिया को प्रभावित किया।

इतिहास में आज: प्रमुख घटनाएँ

27 अक्टूबर की तारीख पर हुई विश्व की प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं में कई ऐसी हैं, जिन्होंने वैश्विक भू-राजनीति और मानव जीवन को दिशा दी।

शांति और कूटनीति

यह दिन पिंकनी की संधि (1795) के लिए जाना जाता है, जिस पर अमेरिका और स्पेन ने हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते ने अमेरिका को मिसिसिपी नदी में नौवहन का महत्वपूर्ण अधिकार प्रदान किया, जो देश के पश्चिमी विस्तार और व्यापार के लिए Read more...

Chhath Sandhya Arag 2025: आज दी जाएगी छठ मैया और अस्ताचलगामी सूर्य को संध्या अर्घ्य, जानें मंत्र, विधि और महत्व

लोकआस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा का आज, 27 अक्टूबर को तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण दिन है। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर भक्तजन नदी, तालाब या घाट पर एकत्र होकर अस्ताचलगामी यानी डूबते हुए सूर्यदेव को 'संध्या अर्घ्य' अर्पित करेंगे। यह पर्व भगवान सूर्यदेव और छठी मैया की उपासना को समर्पित है, जो 'नहाय-खाय' और 'खरना' के बाद आज 'संध्या अर्घ्य' की रस्म के साथ अपने चरम पर पहुंच रहा है। इस दिन के अर्घ्य के साथ, व्रती अपने 36 घंटे के निर्जला व्रत के सबसे कठिन चरण को पूरा करते हैं, जिसका समापन अगले दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा।

डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का गहरा महत्व

छठ पूजा में सूर्य को अर्घ्य देना मात्र एक धार्मिक कर्मकांड नहीं, बल्कि कृतज्ञता, संतुलन और धैर्य का प्रतीक है। इस पूजा में सूर्य देव और उनकी पत्नी प्रत्युषा (संध्या) की आराधना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, डूबते सूर्य को अर्घ्य देना इस बात का प्रतीक Read more...

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