You Should Know

Viral Fact Checkऔर पढ़ें  

Fact Check: नवरात्रि पर पुलिस ने नहीं बरसाए पुजारी पर डंडे, 5 साल पुरानी घटना फर्जी दावे के साथ हो रही वायरल

नवरात्रि के पावन अवसर पर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक मंदिर में पूजा कर रहे पुजारी पर पुलिस ने डंडे बरसाए। पोस्ट में लिखा है कि यह घटना 2025 की नवरात्रि के दौरान हुई है। दावा किया जा रहा है कि सरकार के निर्देश पर मंदिरों को बंद कराया जा रहा है और पुजारियों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। लेकिन जब इस वायरल दावे की गहराई से जांच की गई, तो सच कुछ और ही सामने आया। यह तस्वीर और वीडियो वर्तमान की नहीं, बल्कि 5 साल पुरानी यानी वर्ष 2020 की घटना से संबंधित है और इसे फर्जी दावे के साथ दोबारा फैलाया जा रहा है।

क्या है वायरल दावा?

सोशल मीडिया पर कई अकाउंट्स से एक वीडियो और कुछ फोटो शेयर की जा रही हैं, जिनमें एक पुलिसकर्मी को एक बुजुर्ग पुजारी पर लाठी चलाते हुए दिखाया गया है। पोस्ट के साथ लिखा गया है:“देखिए नवरात्रि में मंदिर में पूजा कर रहे पुजारी Read more...

12 अप्रैल का इतिहास: अंतरिक्ष, स्वतंत्रता और विज्ञान से जुड़ा ऐतिहासिक दिन

हर दिन अपने साथ इतिहास की अनेक यादें समेटे होता है। 12 अप्रैल का दिन भी विश्व इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए जाना जाता है। यह दिन विज्ञान, अंतरिक्ष, स्वतंत्रता संग्राम, राजनीति और खेल सहित कई क्षेत्रों से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है। आइए जानते हैं कि 12 अप्रैल के दिन इतिहास में क्या-क्या घटित हुआ था, जिससे यह दिन खास बन गया।

1. मानव अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत (1961)

12 अप्रैल 1961 को इतिहास में पहली बार एक इंसान ने अंतरिक्ष की यात्रा की थी। यह ऐतिहासिक उपलब्धि रूस (तत्कालीन सोवियत संघ) के नाम दर्ज हुई जब यूरी गागरिन (Yuri Gagarin) नामक अंतरिक्ष यात्री ने 'वोस्तोक-1' (Vostok-1) यान से पृथ्वी की परिक्रमा की।

  • यूरी गागरिन ने पृथ्वी के चारों ओर मात्र 108 मिनट में एक चक्कर पूरा किया।

  • वे इस ऐतिहासिक उड़ान के साथ दुनिया के पहले अंतरिक्ष यात्री बन गए।

    Read more...

हनुमान जयंती 2025: जानिए तिथि, पूजन विधि, महत्व और पौराणिक कथा

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, हनुमान जी का जन्म त्रेतायुग में हुआ था। वे वानरराज केसरी और अंजना देवी के पुत्र थे। उन्हें पवनपुत्र भी कहा जाता है क्योंकि उनके जन्म में पवन देव की अहम भूमिका मानी जाती है। एक मान्यता के अनुसार जब राजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ किया, तब अग्निदेव द्वारा दी गई खीर का अंश पवन देव के माध्यम से अंजना तक पहुंचा और इससे हनुमान जी का जन्म हुआ।

हनुमान जी का स्वरूप और दिव्य गुण

हनुमान जी को हिंदू धर्म में अष्ट सिद्धियों और नव निधियों के दाता के रूप में जाना जाता है। वे रामभक्ति के सर्वोच्च प्रतीक हैं। उनका चरित्र साहस, निष्ठा, आत्मबल और संयम का उदाहरण है।

उनके प्रमुख गुण हैं:

  • अतुलनीय बल और पराक्रम

  • ब्रह्मचर्य और सेवा भाव

  • विद्वत्ता और नीति ज्ञान

  • विनम्रता और भक्ति


Read more...

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. bareillyvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.