मुंबई, 4 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) Apple ने भारत में अपने वॉच यूज़र्स के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा की शुरुआत की है। अब Apple Watch क्रॉनिक हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) के संकेतों का पता लगाकर यूज़र्स को अलर्ट भेज सकती है। यह फीचर विशेष रूप से उन लोगों को लक्षित करता है जिन्हें अभी तक अपने उच्च रक्तचाप के बारे में पता नहीं है।
कैसे काम करता है यह फीचर?
यह नई सुविधा Apple Watch के ऑप्टिकल हार्ट सेंसर (PPG डेटा) से पिछले 30 दिनों के डेटा का विश्लेषण करने के लिए एक मशीन लर्निंग एल्गोरिथम का उपयोग करती है। कंपनी के अनुसार, इसे वैज्ञानिक रूप से मान्य किया गया है।
हालांकि, यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि Apple Watch सीधे तौर पर रक्तचाप (Blood Pressure) को नहीं मापती है और न ही इसकी रीडिंग वॉच फेस पर दिखाती है। यह सिर्फ उच्च रक्तचाप के संभावित, दीर्घकालिक संकेतों को पहचान कर एक नोटिफिकेशन भेजती है।
किन्हें मिलेगा इसका लाभ?
यह फीचर 22 वर्ष से अधिक उम्र के उन यूज़र्स के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिनका पहले से उच्च रक्तचाप का निदान नहीं हुआ है और जो गर्भवती नहीं हैं। एक बार सेटअप करने के बाद, यह सुविधा बैकग्राउंड में स्वचालित रूप से चलती रहती है।
अलर्ट मिलने पर क्या करें?
Apple के अनुसार, अगर किसी यूज़र को हाइपरटेंशन का अलर्ट मिलता है, तो उसे अगले सात दिनों तक किसी थर्ड-पार्टी ब्लड प्रेशर कफ का उपयोग करके अपने रक्तचाप की जांच और लॉग करने की सलाह दी जाती है। इन रिपोर्ट्स को आगे चिकित्सा परामर्श के लिए साझा भी किया जा सकता है।
Apple के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एडम फिलिप्स ने बताया कि दुनिया भर में 1.3 बिलियन लोग हाइपरटेंशन से प्रभावित हैं और उनमें से लगभग आधे अनजानी स्थिति में हैं। इस सुविधा का मुख्य उद्देश्य इसी बड़े वर्ग को समय पर निदान की ओर प्रेरित करना और दिल के दौरे, स्ट्रोक और किडनी रोग जैसी जटिलताओं को रोकना है।