मुंबई, 04 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। फ्लोरिडा में 33 साल के एक शख्स ने भारतीय मूल की 66 साल की नर्स को बुरी तरह पीटा। हमले में नर्स के चेहरे की हर एक हड्डी टूट गई। दोनों आंखों की रोशनी जाने की भी आशंका है। जब पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची, तो उसने कहा- भारतीय बुरे होते हैं। मैंने अभी एक भारतीय डॉक्टर की बुरी तरह पिटाई की है। ये घटना 19 फरवरी की है। 27 फरवरी को कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई। तब आरोपी का बयान पुलिस अफसर ने कोर्ट में बताया। कोर्ट ने उसे हेट क्राइम और सेकेंड डिग्री मर्डर का दोषी माना है। हमलावर की पहचान स्टीफन स्कैंटलबरी के तौर पर हुई है, जो फ्लोरिडा पाम्स वेस्ट साइड अस्पताल के साइकियाट्रिक वॉर्ड में भर्ती था। लीलम्मा लाल उसी अस्पताल में नर्स हैं। हमले के कुछ देर बाद ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक, हमले के बाद आरोपी फरार हो गया था। जब उसे अरेस्ट किया गया तो वह एक सड़क पर बिना शर्ट और जूतों के था। उसके शरीर पर EKG मशीन के तार लगे हुए थे। पुलिस ने पिस्टल दिखाकर उसे सरेंडर कराया।
चश्मदीदों के मुताबिक, आरोपी तीसरी मंजिल के एक कमरे में अपने बिस्तर पर था। लीलम्मा उसका चेकअप करने पहुंची, तो उसने अचानक बिस्तर से छलांग लगाई और लीलम्मा पर हमला कर दिया। कमरे में मौजूद एक अन्य व्यक्ति मदद बुलाने के लिए बाहर भागा। दूसरा व्यक्ति अंदर आया तो उसने देखा कि स्कैंटलबरी लीलम्मा के ऊपर था और लगातार उन्हें मुक्के मार रहा था। अधिकारियों ने बताया कि यह हमला लगभग एक से दो मिनट तक चला और अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। विक्टिम की बेटी सिंडी जोसेफ ने अपनी मां की चोटों की गंभीरता को बताते हुए कहा कि उन्हें ब्रेन में बहुत ब्लीडिंग हुई है। उनके चेहरे के दाहिने हिस्से की सभी हड्डियां टूट गई थीं। वे बेहोश थीं। उनके फेफड़ों में टयूब डाली गई, ताकि वो सांस ले सकें। उनके चेहरे पर गहरी चोटें और आंखों में सूजन थी। मैं उन्हें पहचान भी नहीं पाई।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान आरोपी के पत्नी मेगन स्कैंटलबरी ने दावा किया कि उनका पति हमले से कुछ दिन पहले से ही भय और भ्रम की स्थिति में था। उन्होंने बताया कि आरोपी को वहम हो रहा था और वह महसूस कर रहा था कि कोई उस पर नजर रखे हुए है। यहां तक कि उसने अपनी पत्नी और पड़ोसियों पर भी इसमें शामिल होने का आरोप लगाया। स्कैंटलबरी के वकील ने सिजोफ्रेनिया से लेकर एक्यूट साइकोसिस (गंभीर मानसिक विकार) जैसी दिमागी स्थितियों का हवाला देते हुए यह तर्क दिया कि आरोपी ने भारतीय मूल की महिला पर नस्लीय भेदभाव की वजह से हमला नहीं किया, बल्कि मानसिक अस्थिरता के कारण किया।