पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में भारतीय टीम की हार के बाद, मुख्य कोच गौतम गंभीर की बल्लेबाजी रणनीति पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उथप्पा का मानना है कि 214 जैसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते समय, भारत की बल्लेबाजी लाइन-अप में भूमिकाओं को लेकर स्पष्टता का अभाव था, और पारी की शुरुआत में "अत्यधिक लचीलेपन" (Too much flexibility) के कारण टीम के लिए रन बनाना मुश्किल हो गया।
गुरुवार को मुल्लांपुर में खेले गए इस दूसरे टी20 मैच में, भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका द्वारा दिए गए 214 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए 19.1 ओवर में केवल 162 रन पर ढेर हो गई और 51 रनों से मैच हार गई। इस हार के साथ, पांच मैचों की यह रोमांचक सीरीज 1-1 से बराबरी पर आ गई है।
गिल के आउट होने के बाद रणनीति पर सवाल
उथप्पा ने इस बात पर जोर दिया कि समस्या शुरुआती विकेट गिरने की नहीं थी, बल्कि शुभमन गिल के आउट होने के बाद अपनाई गई रणनीति थी। उथप्पा के अनुसार, भारत के पास एक मजबूत और गहरा बल्लेबाजी क्रम है, लेकिन टीम ने इसका सही इस्तेमाल नहीं किया।
उन्होंने 'जियो हॉटस्टार' पर अपनी टिप्पणी में कहा, "जब शुभमन गिल आउट हुए, तो अक्षर पटेल को बल्लेबाजी करने के लिए भेजा गया। उस समय, उन्हें एक ऐसे बल्लेबाज की भूमिका निभानी थी जो जोखिम उठाकर बल्लेबाजी करे और तेजी से रन बनाकर अभिषेक शर्मा पर से दबाव कम कर सके।"
उथप्पा का मानना था कि अक्षर पटेल की धीमी गति से खेली गई 21 रनों की पारी दबाव कम करने में पूरी तरह विफल रही। इसके चलते अभिषेक शर्मा पर दबाव बढ़ा और उनके आसपास विकेट गिरने लगे, जिससे लक्ष्य का पीछा करने की गति और भी धीमी हो गई और टीम को अपनी रणनीति में बार-बार बदलाव करना पड़ा।
भूमिकाओं में स्पष्टता की मांग
उथप्पा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के स्तर पर बल्लेबाजों की भूमिकाओं में स्पष्टता की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, "अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बल्लेबाजों को अपनी भूमिकाओं और पारी को आगे बढ़ाने के तरीके के बारे में स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए।"
उथप्पा ने अपनी बात को समझाते हुए कहा कि पहले छह से आठ ओवरों के बाद बल्लेबाजों की रणनीति में लचीलापन तो ठीक है, लेकिन किसी भी बड़े स्कोर का पीछा करने से पहले एक मजबूत नींव की जरूरत होती है।
उन्होंने आगे कहा, "आप बिना मजबूत आधार के गगनचुंबी इमारत नहीं खड़ी कर सकते।"
उथप्पा ने निष्कर्ष निकाला कि एक ही मैच में खिलाड़ियों से कई अलग-अलग भूमिकाएं निभाने की उम्मीद करना चीजों को जटिल बना देता है, और भारत यहीं चूक कर रहा है।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, "मैं सलामी बल्लेबाजों और पारी की शुरुआत के चरण में अत्यधिक लचीलापन दिखाने के पक्ष में नहीं हूं।"
संक्षेप में, उथप्पा की आलोचना टीम प्रबंधन द्वारा बड़े लक्ष्य का पीछा करते समय अपनाए गए 'ट्रायल एंड एरर' (Trial and Error) दृष्टिकोण पर केंद्रित है, जिसने खिलाड़ियों की प्राकृतिक भूमिकाओं को बाधित किया और टीम की हार का कारण बना।