मुंबई, 06 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ गुरुवार ने जोधपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा है कि पेपर लीक से भर्ती के मामले में वे व्यक्तिगत तौर पर भी खुद यही चाहते हैं कि अनिर्णय से असमंजस की स्थिति बनती है। इस पर सरकार को जल्द निर्णय करना चाहिए। इसके लिए वे खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिलकर आग्रह भी करेंगे। सरकार ने भी हाईकोर्ट में एसआई भर्ती के मामले में जल्द निर्णय करने की बात कही है।
जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन की चिंता को निराधार करार देते हुए कहा कि यह तय है कि लोकसभा और विधानसभा परिसीमन जनगणना पूरी होने के बाद किया जाएगा। ऐसे में स्टालिन के बयान सिर्फ भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। लोकसभा क्षेत्रों का परिसीमन बरसों से लंबित है, जो अब होना ही चाहिए।
राठौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में इस बार वन नेशन – वन इलेक्शन पर लगातार चर्चा हो रही है। इसके लिए समिति गठित की गई है, जो इस पर मंथन कर रही है। वहीं, कुछ लोग हैं, जो देश को बांटने की कोशिश में लगे हैं। वो हिंदी भाषा को लेकर भ्रम फैलाकर अपना राजनीतिक मकसद को पूरा की कोशिश कर रहे हैं, जो देश के लिए घातक है। खोए हुए जनाधार को वापस पाने के लिए चाय के प्याले में तूफान खड़ा करना चाह रहे हैं। गड़े मुर्दे उखाड़कर और लोगों की भावनाओं पर खड़े होकर सवार होकर अपने राजनीतिक धरातल को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। जो उचित नहीं है।