मुंबई, 30 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि अगर अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह में भी खुदाई होती है। मंदिर के अवशेष मिलने की पूरी संभावना है। क्योंकि देश के अधिकांश मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। शनिवार को भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान दिलावर ने यह बयान दिया। अजमेर दरगाह को लेकर चल रहे विवाद पर शनिवार को बीजेपी मुख्यालय पहुंचे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मीडिया के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, अब तक के अनुभव और परिणाम यही दिखाते हैं कि भारत में सामान्यतया ज्यादातर मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई हैं। अजमेर दरगाह का फैसला न्यायालय करेगा। अगर खुदाई के आदेश होते हैं। यहां भी मंदिरों के अवशेष मिलने की पूरी संभावना है, जैसा अन्य जगहों पर हुआ है।
दरअसल, मदन दिलावर संगठन चुनाव को भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय पहुंचे थे। जहां उन्होंने जयपुर जिला दक्षिण के पदाधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने संगठन चुनाव को लेकर पार्टी नेताओं को दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दुनिया का सबसे बड़ा और अनुशासित राजनीतिक संगठन है। यहां सर्वसम्मति से पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी चुने जाते हैं। तो वहीं आपको बता दें, अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह को हिंदू मंदिर बताते हुए दायर याचिका को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। हिंदू सेना के नेता विष्णु गुप्ता ने अजमेर कोर्ट में यह याचिका दाखिल की थी। जिसमें मजार के नीचे शिवलिंग होने का दावा किया गया है। इस मामले में अजमेर कोर्ट ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय, दरगाह कमेटी और आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) को नोटिस जारी किया है। वहीं अब कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होगी।