मुंबई, 29 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव का कहना है कि 25 दिसंबर को कजाकिस्तान में प्लेन क्रैश से पहले रूस के ग्रोज्नी में इस पर फायरिंग की गई थी। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक रविवार को अजरबैजान के राष्ट्रपति ने मॉस्को पर प्लेन क्रैश की असल वजह छिपाने का आरोप लगाया। उन्होंने रूस से अपनी गलती स्वीकार करने की मांग की है। अजरबैजान के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक राष्ट्रपति अलीयेव ने कहा, हमें इस बात का अफसोस है कि रूस में कुछ हलकों ने क्रैश को लेकर झूठी कहानियां फैलाई। इन्होंने इस हादसे की सच्चाई को दबाने की कोशिश की है। इल्हाम अलीयेव ने आगे कहा कि रूस ने इसे लेकर ऐसी थ्योरीज गढ़ी, जिससे साफ तौर पर पता चलता है कि वो इस मुद्दे को दबाना चाहता था। एक ऐसा देश जिसे अजरबैजान में दोस्त माना जाता है, उसे गलती स्वीकार करनी चाहिए थी, माफी मांगनी चाहिए थी और लोगों को इस बारे में जानकारी देनी चाहिए थी। यह सभी वो कदम हैं, जिन्हें उठाया जाना चाहिए था।
बता दें कि क्रिसमस के दिन अजरबैजान एयरलाइन का विमान एम्ब्रेयर 190 क्रैश हो गया था। इस प्लेन में 67 लोग सवार थे, जिनमें से 38 की मौत हो गई थी। यह प्लेन अजरबैजान की राजधानी बाकू से रूस के ग्रोज्नी जा रहा था, लेकिन इसे कजाकिस्तान के अक्ताउ की तरफ डायवर्ट कर दिया गया था। जहां यह क्रैश हो गया। इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अजरबैजान के प्लेन क्रैश पर माफी मांगी है। पुतिन ने अजरबैजान के राष्ट्रपति से कहा कि हादसा उनके एयरस्पेस में हुआ इसके लिए उन्हें दुख है। हालांकि, रूस ने यह नहीं कहा कि उन्हीं के एयर डिफेंस सिस्टम की फायरिंग से प्लेन क्रैश हुआ है। साथ ही, कल क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति ऑफिस) ने कहा, अजरबैजान का प्लेन तय समय पर ग्रोज्नी पहुंचा था। उसने बार-बार एयरपोर्ट पर उतरने की कोशिश की। उसी समय, ग्रोज्नी, मोजदोक और व्लादिकाव्काज के एयर स्पेस में यूक्रेनी ड्रोन हमले कर रहे थे। रूसी एयर डिफेंस सिस्टम इन्हें रोक रहा था। इसलिए यह कहना बंद किया जाए कि प्लेन को रूसी एयर डिफेंस सिस्टम ने निशाना बनाया।