देशभर में लाखों लोगों का पैसा सालों से अनक्लेम्ड पड़ा हुआ है—किसी का बैंक बैलेंस, किसी की बीमा राशि, तो किसी के शेयर और डिविडेंड. कई लोग अपने पुराने खातों, पॉलिसियों या निवेशों के बारे में भूल जाते हैं, जबकि कई बार व्यक्ति की मौत के बाद परिवार को इसकी जानकारी नहीं रहती. इसी वजह से बड़ी मात्रा में पैसा सिस्टम में फंसा रह जाता है। ऐसे ही अनक्लेम्ड पैसों को सही मालिकों तक पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने एक विशेष अभियान ‘Your Money, Your Right’ लॉन्च किया था। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर बताया कि इस अभियान के तहत अब तक 2,000 करोड़ रुपये लोगों को वापस लौटाए जा चुके हैं।
पीएम मोदी ने इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि यह हर नागरिक के लिए अपनी भूली हुई संपत्ति वापस पाने का अवसर है। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि वे इस अभियान से जुड़ें और अपने परिवार या खुद के अनक्लेम्ड पैसों की जानकारी जरूर लें।
अक्टूबर 2025 में हुई थी पहल की शुरुआत
‘Your Money, Your Right’ की शुरुआत अक्टूबर 2025 में की गई थी। उद्देश्य था—देश की बैंकिंग, बीमा और कॉर्पोरेट सेक्टर में फंसे अनक्लेम्ड पैसों को एक जगह समन्वित कर उन नागरिकों तक पहुंचाना, जिनका यह वास्तविक अधिकार है। सरकार ने इसे एक बड़े वित्तीय पुनर्प्राप्ति अभियान के रूप में पेश किया है, जिसमें पारदर्शिता, डिजिटल प्रक्रियाएं और आसान क्लेम सिस्टम को प्राथमिकता दी गई है।
कौन-से पोर्टल पर मिलती है अनक्लेम्ड राशि की जानकारी?
सरकार ने अलग-अलग सेक्टरों के अनक्लेम्ड अमाउंट की जानकारी पाने के लिए विशेष पोर्टल बनाए हैं, ताकि लोग आसानी से पता लगा सकें कि उनका पैसा कहां अटका है।
1. RBI का UDGAM पोर्टल
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बैंकों में पड़े अनक्लेम्ड पैसे की जानकारी।
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पुराने सेविंग अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉजिट या डॉर्मेंट अकाउंट आसानी से खोजे जा सकते हैं।
2. IRDAI का ‘बीमा भरोसा’ पोर्टल
3. SEBI का MITRA पोर्टल
4. कॉर्पोरेट मंत्रालय का IEPFA पोर्टल
इन सभी पोर्टलों के जरिए कोई भी नागरिक बस अपने नाम, मोबाइल नंबर या पैन नंबर की मदद से पता लगा सकता है कि उनके नाम पर कोई पुराना बकाया, डिपॉजिट या निवेश अटका हुआ है या नहीं।
कितनी बड़ी है अनक्लेम्ड राशि? आंकड़े चौंकाने वाले
सालों से जमा पड़े अनक्लेम्ड पैसों की मात्रा कम नहीं है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार—
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भारतीय बैंकों में लगभग 78,000 करोड़ रुपये अनक्लेम्ड पड़े हुए हैं।
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बीमा कंपनियों के पास 14,000 करोड़ रुपये से अधिक की अनक्लेम्ड राशि है।
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म्यूचुअल फंड, शेयर मार्केट और कॉर्पोरेट सेक्टर में भी हजारों करोड़ फंसे हुए हैं।
यह सभी रकम नागरिकों की है, लेकिन जानकारी न होने के कारण वर्षों से उपयोग में नहीं आ पाती।
477 जिलों में लगाए गए ‘सुविधा शिविर’
पीएम मोदी ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए देशभर के 477 जिलों में बड़े पैमाने पर सुविधा शिविर लगाए गए हैं।
इन शिविरों में ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों के लोगों को सहायता दी जा रही है ताकि वे:
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अपना अनक्लेम्ड पैसा खोज सकें
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जरूरी दस्तावेज जमा कर सकें
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क्लेम की प्रक्रिया पूरी कर सकें
सरकार का फोकस यही है कि देश के दूर-दराज इलाकों के लोगों तक भी यह जानकारी जरूर पहुंचे।