हाल ही में सोशल मीडिया पर एक 13 सेकंड का वीडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग एक घर में घुसकर परिवार के सदस्यों पर लाठी-डंडों से हमला करते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो को साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह घटना उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले की है, जहां एक मुस्लिम परिवार के घर में घुसकर दबंगों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की। हालांकि, फैक्ट-चेकिंग में यह दावा फर्जी साबित हुआ है। जांच में पाया गया कि यह वीडियो अमरोहा के बागड़पुर कला गांव का है, जहां आपसी विवाद के चलते एक मुस्लिम परिवार ने दूसरे मुस्लिम परिवार के सदस्यों पर हमला किया था।
वायरल दावा:
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर 'नेशन मुस्लिम' नामक उपयोगकर्ता ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा, "UP का कहर देखिए गिरफ्तारी तक पोस्ट रुकना नहीं चाहिए एक मुस्लिम परिवार को घर में घुसकर बुरी तरह दबंगों द्वारा बेरहमी से पीटा जा रहा है!! वायरल वीडियो अमरोहा के देहात थाना क्षेत्र के बागड़पुर कला का मामला बताया जा रहा है!!"
फैक्ट चेक:
वायरल दावे की पुष्टि के लिए, हमने वीडियो के 'की-फ्रेम्स' को गूगल लेंस की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें 'दैनिक भास्कर' की वेबसाइट पर 25 फरवरी 2025 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, "अमरोहा के देहात थाना क्षेत्र के बागड़पुर कला गांव में एक परिवार पर कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमलावरों ने घर में घुसकर परिवार के सदस्यों को बेरहमी से पीटा, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।"
इसके अलावा, 26 फरवरी 2025 को 'हिंदुस्तान' की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया कि, "अमरोहा के बागड़पुर कला गांव में शमशुद्दीन अली का परिवार रहता है, जो गांव पैगंबरपुर में अपनी दुकान चलाते हैं। सोमवार सुबह शमशुद्दीन अपनी दुकान पर गए थे, जबकि घर पर उनकी पत्नी नगमा, बेटी सारिक और बेटा फाजिल मलिक मौजूद थे। गांव के ही अकबर अली के बच्चों के साथ शमशुद्दीन के बच्चों का किसी बात को लेकर विवाद हो गया था, जिसे ग्रामीणों ने मौके पर ही शांत करा दिया। लेकिन बाद में, आरोप है कि अकबर अली अपनी पत्नी कुलसूम, बेटी निशा और बेटे शाहरूख खान के साथ लाठी-डंडों से लैस होकर शमशुद्दीन के घर में घुस आए। उन्होंने नगमा, सारिक और फाजिल पर हमला कर दिया और लाठियों से बेरहमी से पीटा।"
गांव के लोग बीच-बचाव के लिए पहुंचे, लेकिन आरोपी लगातार लाठियां बरसाते रहे। इसी दौरान किसी ग्रामीण ने घटना का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
निष्कर्ष:
जांच में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। अमरोहा में मुस्लिम परिवार पर हुए हमले को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देकर गलत जानकारी फैलाई जा रही थी। जबकि, वास्तविकता यह है कि घटना में शामिल दोनों पक्ष एक ही समुदाय के हैं और यह आपसी विवाद का नतीजा था।
दावा: उत्तर प्रदेश के अमरोहा में मुस्लिम परिवार को दबंगों ने घर में घुसकर पीटा।
फैक्ट चेक: पड़ताल में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ।
निष्कर्ष: अमरोहा में मुस्लिम परिवार पर हुए हमले को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देकर गलत जानकारी फैलाई जा रही थी। जबकि, वास्तविकता यह है कि घटना में शामिल दोनों पक्ष एक ही समुदाय के हैं और यह आपसी विवाद का नतीजा था।
सम्बंधित घटनाएँ:
यह पहली बार नहीं है जब अमरोहा जिले में ऐसी घटनाएँ सामने आई हैं। पिछले महीने भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक युवक एक लड़की पर हमला करता दिख रहा था। इस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर साझा किया गया था, लेकिन जांच में पाया गया कि आरोपी और पीड़िता दोनों ही हिंदू समुदाय से थे और यह मामला व्यक्तिगत रंजिश का था।
इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सूचनाओं को बिना सत्यापित किए साझा करना समाज में भ्रांतियाँ और तनाव पैदा कर सकता है। इसलिए, आवश्यक है कि हम किसी भी सूचना को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें और जिम्मेदार नागरिक का परिचय दें।