मुंबई, 03 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इजराइल में मस्जिदों में स्पीकर से अजान पर रोक लगा दी गई है। रक्षा मंत्री इतामार बेन ग्विर ने पुलिस को मस्जिदों में लगे स्पीकर जब्त करने और शोर करने पर जुर्माना लगाने का आदेश दिया है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, पूर्वी यरुशलम और कई दूसरे इलाकों में मस्जिदों से आने वाले तेज शोर की शिकायत की गई है। स्पीकर बैन की मांग करने वालों का कहना है कि इसकी तेज आवाज से सुबह की नींद में खलल पड़ता है। बेन ग्विर ने पुलिस कमांडरों से कहा- वह जल्द एक बिल पेश करेंगे जो शोर मचाने वाली मस्जिदों पर जुर्माना बढ़ाया जाएगा। इस फैसले के खिलाफ इजराइल में ही विरोध की आवाज उठने लगी है। कुछ शहरों के मेयर ने कहा- हम बेन ग्विर के इस कदम को मुस्लिमों के खिलाफ उकसावे की कार्रवाई के तौर पर देखते हैं, इससे दंगे फैल सकते हैं।
अब्राहम इनिशिएटिव्स ऑर्गनाइजेशन, जो इजराइल में यहूदियों और अरबों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए काम करता है, ने भी इसका विरोध किया। संगठन ने कहा, ये पुलिस का राजनीतीकरण करने की कोशिश है। जबकि देश में अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, बेन ग्विर पुलिस का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के तौर पर कर रहे हैं। वहीं, अरब इस्लामिस्ट पार्टी रा'अम के अध्यक्ष मंसूर अब्बास ने सरकार से अपील की कि वो बेन ग्विर को कंट्रोल करें। वो मुस्लिमों को भड़काने और जवाब देने के लिए मजबूर कर रहे हैं। बेन ग्विर ने चैनल 12 से कहा कि उन्हें मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के अपने फैसले पर गर्व है। ये स्पीकर इजराइली नागरिकों के लिए खतरा बन गए हैं। उन्होंने कहा- ज्यादातर पश्चिमी देश और यहां तक कि कुछ अरब देश भी शोर को कंट्रोल रखते हैं और इस मामले पर कई कानून बनाते हैं। इसे सिर्फ इजराइल में ही नजरअंदाज किया जाता है। प्रार्थना करना एक बुनियादी अधिकार है, लेकिन किसी के जान की कीमत पर नहीं।