मुंबई, 12 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पीएम मोदी फ्रांस की अपनी दो दिनों की यात्रा पूरी करने के बाद अमेरिका रवाना हो गए। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों उन्हें विदा करने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे। इससे पहले फ्रांस के दौरे के दौरान उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की थी। राष्ट्रपति मैक्रों के साथ उन्होंने द्विपक्षीय चर्चा भी की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने फ्रांस को स्वदेशी पिनाक मल्टी लॉन्च आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम की पेशकश की है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फ्रांस की ओर से भारत के पिनाक रॉकेट लॉन्चर की खरीद से दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों में मजबूती आएगी। मोदी ने फ्रांसीसी सेना को पिनाक की क्षमता को करीब से परखने के लिए न्योता दिया है। मोदी ने कहा कि फ्रांस के साथ पिनाक रॉकेट मिसाइल सिस्टम की डील दोनों देशों के रक्षा संबंधों में 'मील का पत्थर होगा'। यह सिस्टम पूरी तरह से देश में ही बनाया गया है। यह सिस्टम केवल 44 सेकंड में 12 रॉकेट दाग सकता है, यानी हर 4 सेकेंड में एक रॉकेट। भारत पहले से ही आर्मेनिया को पिनाक का निर्यात कर रहा है, जबकि कुछ आसियान और अफ्रीकी देशों ने भी इसे हासिल करने में रुचि दिखाई है। पिनाक रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का नाम भगवान शिव के धनुष 'पिनाक' के नाम पर रखा गया है। इसे DRDO के पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (ARDE) की तरफ से बनाया गया है।
PM मोदी मंगलवार की रात फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ फ्रांस के दूसरे सबसे बड़े शहर मार्से पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने स्वंतत्रता सेनानी वीर सावरकर को याद किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि यह शहर भारत की आजादी में खास महत्व रखता है। दरअसल, सावरकर को 1910 में नासिक षड्यंत्र मामले के तहत लंदन में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें जहाज से भारत लाया जा रहा था। जब उनका जहाज मार्से के पास पहुंचा तो उन्होंने समंदर में छलांग लगा दी और तैरकर तट तक पहुंच गए। मार्से में ब्रिटिश पुलिस ने उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर लिया। फ्रांस की सरकार ने अपनी जमीन पर सावरकर की गिरफ्तारी का विरोध किया और मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय तक ले गई।
भारत-फ्रांस के बीच में AI के क्षेत्र में रिसर्च, डेटा सिक्योरिटी के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एडवांस मॉड्यूलर रिएक्टर (AMRs) और स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMRs) के को-डेवलपिंग और को-प्रोड्यूसिंग पर सहमति बनी। भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) और फ्रांस के CEA के बीच समझौता हुआ। इसके तहत भारत के ग्लोबल सेंटर न्यूक्लियर एनर्जी पार्टनरशिप (GCNEP) और फ्रांस के इंस्टीट्यूट फॉर न्यूक्लियर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (INSTN) के बीच रिसर्च और ट्रेनिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। क्लीन एनर्जी, डिजिटल डेवलपमेंट, ग्रीन एनर्जी, वुमेन एजुकेशन, स्वच्छता जैसे मुद्दों पर एक साथ काम करने पर सहमति बनी। PM मोदी ने मैक्रों के साथ मंगलवार रात पेरिस में 14वें भारत-फ्रांस CEO फोरम में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि यह फोरम भारत-फ्रांस के बेस्ट बिजनेस माइंड्स का ठिकाना है। इस फोरम के जरिए दोनों देशों के रणनीतिक साझेदारी को मजबूती मिलती है। पीएम ने कहा, मैक्रों के साथ इस समिट का हिस्सा बनना खुशी की बात है। पिछले 2 सालों में यह हमारी छठी बैठक है। पिछले साल मैक्रों भारत में गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट थे। आज हमने एक साथ AI समिट की सह-अध्यक्षता की। मैं इस सफल कार्यक्रम के लिए मैक्रों को बधाई देता हूं। वहीं, मोदी ने फ्रेंच कंपनियों को भारत आने का न्योता भी दिया।