मुंबई, 14 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को कनाडा से वापस लाने के लिए भारत सरकार तैयारियों में जुट गई है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि भारतीय एजेंसिया कनाडा से डल्ला के प्रत्यपर्ण की मांग करेंगी। मंत्रालय ने बयान में कहा कि हमें उम्मीद हैं कनाडा उसे भारत को सौंपेगा। डल्ला फिलहाल कनाडा पुलिस की गिरफ्त में है। उसे 28 अक्तूबर को कनाडा के मिल्टन में एक शूट-आउट के दौरान अर्श डल्ला को गिरफ्तार किया था। तब पुलिस ने आरोपियों की पहचान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। बाद में सूत्रों से पता चला कि गिरफ्तार किया गया आरोपी अर्श डल्ला ही है। सुनवाई के लिए मामले को कनाडा के ओन्टारियो कोर्ट में लिस्ट किया गया है। डल्ला पर भारत में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। कनाडा में भी वह ऐसी ही गतिविधियों में शामिल है।
भारत ने 2023 में कनाडा से डल्ला की गिरफ्तारी की मांग की थी। लेकिन कनाडा सरकार ने उस समय इस मांग को खारिज कर दिया था। इसी दौरान भारत ने जनवरी 2023 में कनाडा को डल्ला के संदिग्ध पते, भारत में उसके ट्राजेक्शन, उसकी संपत्तियों और मोबाइल नंबरों की जानकारी दी थी। भारत ने MLAT संधि (पारस्परिक कानूनी सहायता संधि) के तहत कनाडा से इन जानकारियों को वेरीफाई करने के लिए कहा था। दिसंबर 2023 में, कनाडा के न्याय विभाग ने इस मामले पर भारत से अतिरिक्त जानकारी मांगी थी। भारत ने इसका जवाब इस मार्च में दिया था। अर्श खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का करीबी है और भारत में इस पर 50 से ज्यादा मामले चल रहे हैं। इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, जबरन वसूली, आतंकी गतिविधियां और टेरर फंडिंग शामिल है। मई 2022 में भारत सरकार ने अर्श डल्ला के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसके बाद साल 2023 में उसे आतंकी घोषित कर दिया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए अर्श पंजाब से फरार होकर कनाडा चला गया और वहीं से अपनी गतिविधियों को अंजाम देने लगा। भारत की एजेंसियां लंबे समय से डल्ला को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं।