मेरिका की राजनीति में इन दिनों एक अनोखी हलचल देखने को मिल रही है। इस बार वजह कोई परंपरागत चुनावी मुद्दा या पार्टी संघर्ष नहीं है, बल्कि दुनिया के सबसे प्रभावशाली उद्योगपतियों में से एक टेस्ला और एक्स के मालिक एलन मस्क और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच छिड़ा जुबानी जंग है। यह विवाद सिर्फ व्यक्तिगत बयानबाजी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब इसका असर अमेरिका के राजनीतिक भविष्य तक पहुंचता नजर आ रहा है।
कैसे शुरू हुआ मस्क-ट्रंप टकराव?
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब एलन मस्क ने अमेरिका में टैक्स नीति को लेकर नाराजगी जताई। मस्क का कहना था कि मौजूदा टैक्स सिस्टम इनोवेशन और व्यवसाय के विकास को रोकता है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के चुनाव प्रचार में 259 मिलियन डॉलर खर्च किए थे, और यह रकम ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव जीतने में मददगार रही।
इस बयान ने ट्रंप को बुरी तरह चिढ़ा दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर मस्क पर तीखा हमला बोला और उन्हें "विश्वासघाती" करार दिया। ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी कि अगर मस्क ने राजनीतिक रूप से अलग रास्ता अपनाया तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
नया राजनीतिक दल? जनता का समर्थन
मस्क ने इस विवाद को महज बयानबाजी पर नहीं रोका, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक संकेत दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोल शुरू किया, जिसमें उन्होंने लोगों से पूछा, "क्या अमेरिका को एक नया राजनीतिक दल चाहिए?"
रिजल्ट चौंकाने वाला था — 80% से ज्यादा लोगों ने हां में जवाब दिया। इसके बाद मस्क ने पोस्ट किया:
"जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। अमेरिका को अब एक नया राजनीतिक दल चाहिए।"
इस पोस्ट के बाद से राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया कि क्या मस्क सच में "द अमेरिका पार्टी" नाम से कोई नया दल लॉन्च करेंगे?
क्या मस्क बना सकते हैं ट्रंप का विकल्प?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर एलन मस्क कोई नया दल बनाते हैं, तो यह अमेरिकी राजनीति के इतिहास में एक क्रांतिकारी कदम होगा। वह टेक्नोलॉजी, स्वतंत्र सोच और उदारवाद के समर्थक हैं, जबकि ट्रंप की राजनीति रूढ़िवादी और राष्ट्रवाद पर आधारित रही है। ऐसे में मस्क का नया दल मॉडरेट और युवा वोटर्स को आकर्षित कर सकता है।
हालांकि, मस्क के पास न तो राजनीतिक अनुभव है और न ही कोई पार्टी मशीनरी, लेकिन उनके पास जो है — वह है पैसा, लोकप्रियता और टेक्नोलॉजिकल इकोसिस्टम का गहरा प्रभाव। ये तीनों चीजें उन्हें संभावित राजनीतिक शक्ति बना सकती हैं।
ट्रंप के जवाबी बयान और नरमी के संकेत
एलन मस्क के बयानों के जवाब में ट्रंप ने CNN को दिए इंटरव्यू में कहा:
"मैं एलन के बारे में सोच भी नहीं रहा हूं, बेचारे को समस्या हो गई है। मैं कुछ समय तक उससे बात नहीं करूंगा लेकिन मैं उसकी अच्छी सेहत की कामना करता हूं।"
ट्रंप का यह बयान पहले की तुलना में मुलायम लहजे में देखा जा रहा है। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि दोनों के कॉमन फ्रेंड्स बीच-बचाव में लगे हुए हैं। कुछ सूत्रों के अनुसार, इस विवाद को खत्म करने की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं और मस्क भी अब तक कोई नई पोस्ट नहीं कर रहे।
निष्कर्ष: क्या बदलेगा अमेरिका का राजनीतिक परिदृश्य?
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच का यह विवाद सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, राजनीतिक दिशा बदलने वाला हो सकता है। अगर मस्क सच में एक नया राजनीतिक दल बनाते हैं, तो यह डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के दोध्रुवीय राजनीति को तोड़ सकता है।
वहीं ट्रंप पहले ही 2024 के राष्ट्रपति चुनावों की तैयारी में जुटे हैं। ऐसे में मस्क की चुनौती उनकी रणनीति में बड़ा बदलाव ला सकती है। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एलन मस्क राजनीति में छलांग लगाते हैं या यह केवल एक संदेश था कि अमेरिका को बदलाव की जरूरत है।