9 महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद, भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर अब पृथ्वी पर लौटने के लिए तैयार हैं। नासा ने दोनों के सुरक्षित वापसी की पूरी तैयारी कर ली है। 18 मार्च की सुबह सुनीता और बुच इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से रवाना होंगे और उनका स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान 19 मार्च की सुबह फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में लैंड करेगा।
वापसी की पूरी टाइमलाइन: 17 घंटे का सफर
नासा के शेड्यूल के अनुसार, 18 मार्च की सुबह 8:15 बजे (भारतीय समयानुसार) स्पेसएक्स ड्रैगन के हैच को बंद करने की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बाद 10:35 बजे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर का स्पेस कैप्सूल ISS से अलग हो जाएगा। पृथ्वी की ओर वापसी में लगभग 17 घंटे लगेंगे। कैप्सूल 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में लैंड करेगा।
नासा ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि मौसम प्रतिकूल रहा, तो इस समय-सारणी में बदलाव संभव है।
कैसे होगी सुनीता विलियम्स की वापसी?
स्पेसएक्स का यह क्रू मिशन, जिसे क्रू-9 कहा जाता है, 15 मार्च 2025 को शुरू हुआ था। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ दो अन्य अंतरिक्ष यात्री भी शामिल थे। इस मिशन के तहत, वे 9 महीनों तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर महत्वपूर्ण वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी परीक्षणों में शामिल रहे। अब जब क्रू-10 मिशन 16 मार्च को ISS पर पहुंच गया है, क्रू-9 के चारों यात्री अपनी जिम्मेदारियां क्रू-10 के नए अंतरिक्ष यात्रियों को सौंप चुके हैं। इस नए दल में अमेरिका, जापान और रूस से कुल 4 अंतरिक्ष यात्री हैं—निक हेग, डॉन पेटिट, अलेक्जेंडर गुरबुनोव और इवान वैगनर। वे अगले कई महीनों तक ISS पर रहकर शोध कार्य करेंगे।
सुनीता और बुच का खास मिशन
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर का मिशन ऐतिहासिक माना जा रहा है। दोनों ने स्पेसएक्स के नए टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म्स का परीक्षण किया और पृथ्वी की कक्षा में कई महत्वपूर्ण डेटा इकट्ठा किए।
इस मिशन के दौरान सुनीता विलियम्स ने खासतौर पर भारतीय वैज्ञानिकों और छात्रों के लिए लाइव सेशंस भी किए थे, जिसमें उन्होंने अंतरिक्ष जीवन के अनुभव साझा किए थे। उन्होंने पृथ्वी की समस्याओं को समझने के लिए अंतरिक्ष से निगरानी की तकनीकों को भी प्रदर्शित किया।
धरती पर लैंडिंग: क्या होता है अगला कदम?
19 मार्च को पानी पर लैंडिंग के बाद, रेस्क्यू टीमें स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल को रिकवर करेंगी। इसके बाद सुनीता और बुच को मेडिकल जांच के लिए विशेष केंद्र ले जाया जाएगा, जहां उनकी शारीरिक स्थिति का गहन परीक्षण होगा। दोनों को कुछ दिनों तक पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण में फिर से अनुकूल होने के लिए रिकवरी सेशन से गुजरना होगा। उनकी वापसी पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। भारत में भी सुनीता विलियम्स की वापसी को लेकर खास उत्साह देखा जा रहा है।
नासा की लाइव कवरेज
नासा इस ऐतिहासिक वापसी की लाइव स्ट्रीमिंग करेगा। भारतीय समयानुसार 18 मार्च की सुबह से लेकर 19 मार्च तक हर एक पल की जानकारी दी जाएगी। नासा के यूट्यूब चैनल और वेबसाइट पर रियल टाइम अपडेट्स उपलब्ध होंगे। सुनीता विलियम्स के प्रशंसक बेसब्री से उनकी धरती पर सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रहे हैं।