रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन की अग्रिम पंक्तियाँ चूहे की समस्या का सामना कर रही हैं। युद्ध की स्थिति और प्रतिकूल ठंड के मौसम में चूहे सैनिकों में गंभीर बीमारियाँ फैला रहे हैं और सैन्य अभियानों में भी बाधा डाल रहे हैं और स्थिति प्रथम विश्व युद्ध की याद दिला रही है।
सैनिकों के कपड़ों में चूहे घुस जाते हैं
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान चूहों ने सैनिकों को बहुत तनाव में डाल दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स में यूक्रेनी सेना की एक महिला सैनिक कीरा ने कहा कि चूहे आराम करने की कोशिश कर रहे सैनिकों के कपड़ों में घुस जाते हैं और उनकी उंगलियां काट लेते हैं।
चूहों के आतंक से परेशान सैनिक
किरा का डगआउट, जहां वह चार सैनिकों के साथ रहती थी, एक हजार चूहों ने खा लिया था। स्थिति ऐसी है कि अब एक हजार किलोमीटर की अग्रिम पंक्ति चूहों के लिए प्रजनन स्थल बन गई है और वे ठंड के मौसम में गर्मी और भोजन की तलाश कर रहे सैनिकों के बीच बीमारियाँ फैला रहे हैं।इंटरनेट मीडिया पर यूक्रेनी और रूसी सैनिकों द्वारा साझा किए गए वीडियो में बिस्तर के नीचे, बैकपैक्स, विद्युत जनरेटर, कोट की जेब और तकिए में चूहे और चूहे दिखाई दे रहे हैं।