मुंबई, 10 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन) अगर आपने कभी नहीं किया है, तो आपने अपने माता-पिता या बड़ों को कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए त्रिफला चूर्ण लेते हुए देखा होगा। अगर आपको कब्ज की समस्या है या आपका पेट खराब है, तो आपके माता-पिता दवा या किसी अन्य घरेलू उपाय के बजाय आपको त्रिफला खिलाना चाहेंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि त्रिफला चूर्ण खाने के कुछ साइड इफेक्ट भी होते हैं। हां, आपने उसे सही पढ़ा है!
त्रिफला का उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक और हर्बल उपचार के रूप में किया जाता है और इन तीन फलों आंवला, बिभूतकी और हरीतकी को मिलाकर तैयार किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार त्रिफला खाने से कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं ठीक हो सकती हैं। इस चूर्ण के कई फायदे हैं लेकिन अगर इसे सावधानी से नहीं लिया गया तो इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। आइए नीचे उन्हें देखें।
निम्न रक्त शर्करा का स्तर :
माना जाता है कि त्रिफला में मधुमेह से लड़ने वाले गुण होते हैं। जो मरीज मधुमेह की दवा ले रहे हैं उन्हें त्रिफला खाने से हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है, जिससे ब्लड शुगर काफी कम हो सकता है। मधुमेह के रोगियों को त्रिफला लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इसमें मौजूद सोर्बिटोल और मेन्थॉल की मात्रा ब्लड शुगर लेवल को कम करने का मुख्य कारण है।
दवाओं के प्रभाव को कम करें :
त्रिफला कई दवाओं के प्रभाव को कम कर सकता है, जो लीवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यह साइटोक्रोम P450 नामक एक महत्वपूर्ण लीवर एंजाइम के समुचित कार्य में समस्या पैदा करता है।
त्रिफला खाने से पहले यह जानना जरूरी है कि इसे कितनी मात्रा में लेना चाहिए। एक व्यक्ति को एक दिन में केवल 500 मिलीग्राम से 1 ग्राम त्रिफला का सेवन करना चाहिए, रिपोर्ट्स के अनुसार। त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें।