मुंबई, 21 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान पुलिस से बर्खास्त किया जा चुका एक कमांडो जो गैंगस्टर आनंदपाल और लॉरेंस के लिए काम कर रहा था, उसे एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने चूरू से गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रवीण सिंह जोड़ी लंबे समय से फरार चल रहा था और उसके खिलाफ कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपी पर चूरू पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि आरोपी की तलाश में पुलिस की टीमें काफी समय से जुटी थीं लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग रहा था। इंस्पेक्टर सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम ने गोपनीय तरीके से खुफिया जानकारी जुटाई। इसी दौरान हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र सिंह को सूचना मिली कि आरोपी चूरू के राजगढ़ रोड पर आने वाला है। सूचना मिलते ही टीम ने सक्रियता दिखाई और उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रवीण सिंह जोड़ी कभी पुलिस विभाग का हिस्सा था और 2001 में झालावाड़ में कांस्टेबल पद पर नियुक्त हुआ था। लेकिन 22 मई 2019 को उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था क्योंकि उसने लॉरेंस गैंग के मुख्य शूटर अंकित भादू को शरण दी थी और कुख्यात आनंदपाल गैंग से सीधे तौर पर जुड़ा था।बर्खास्तगी के बाद प्रवीण ने पूरी तरह से अपराध की दुनिया को अपना लिया। वह व्यापारियों के मोबाइल नंबर गैंगस्टर्स रोहित गोदारा और वीरेंद्र तक पहुंचाता था, जिससे ये गैंग उन्हें धमकाकर फिरौती वसूलते थे। उसके खिलाफ श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर और लालगढ़ थानों में अपराधियों को शरण देने के तीन मुकदमे दर्ज हैं। दो हफ्ते पहले इसी गांव का जितेंद्र सिंह उर्फ जीतू जोड़ी भी गिरफ्तार किया गया था, जिससे AK-47 की मैगजीन और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए थे। चूरू के होटल सनसिटी में 17 अगस्त 2024 को हुई फायरिंग के मामले में भी प्रवीण जोड़ी का नाम सामने आया था। होटल कर्मचारी मन्जत अली ने आरोप लगाया था कि दो अज्ञात हमलावरों ने उस रात होटल पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। इस घटना के बाद चूरू एसपी ने प्रवीण जोड़ी पर इनाम घोषित कर रखा था।