मुंबई, 17 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारत के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने जाएंगे। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक यह जानकारी ट्रम्प के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से जुड़े एक अधिकारी ने दी है। अंबानी 18 जनवरी को वॉशिंगटन डीसी पहुंचेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में अंबानी दंपती को अहम सीट मिलेगी। वे ट्रम्प कैबिनेट के नोमिनेट मेंबर्स और इलेक्टेड ऑफिसर्स के साथ बैठेंगे। इसके अलावा कैबिनेट का एक स्वागत समारोह और उपराष्ट्रपति का डिनर भी होगा, जिसमें अंबानी परिवार शामिल होगा। नीता और मुकेश अंबानी 19 नवंबर की रात राष्ट्रपति ट्रम्प और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ कैंडललाइट डिनर में शामिल होंगे। शपथ ग्रहण के दौरान ट्रम्प अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। इससे पहले वे 2017 से 2021 के बीच 45वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर चुके हैं।
ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति जो बाइडेन उनकी पत्नी जिल बाइडेन, उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और उनके पति डग एमहॉफ रहेंगे। हालांकि पिछली बार ट्रम्प ने बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लिया था। वे अमेरिका के 150 साल के इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति थे, जिन्होंने ऐसा किया था। ट्रम्प की गैरमौजूदगी में राष्ट्रपति की जिम्मेदारी तत्कालीन उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने निभाई थी। इस बार शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश उनकी पत्नी लौरा बुश और बिल क्लिंटन और हिलेरी क्लिंटन के भी मौजूद रहने की बात कही जा रही है। मिशेल ओबामा समारोह में मौजूद नहीं रहेंगी।
अमेरिकी इतिहास में यह पहली बार है जब विदेशी नेताओं को राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में न्योता भेजा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले, हंगरी से विक्टर ऑर्बन, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली मौजूद रहेंगे। भारत से विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा QUAD देशों के विदेश मंत्री भी मौजूद रहेंगे। अमेरिकी उद्योगपतियों में इलॉन मस्क के अलावा, जेफ बेजोस, मार्क जुकरबर्ग और सैम ऑल्टमैन मौजूद रह सकते हैं।
आपको बता दे, शपथ ग्रहण समारोह के लिए ट्रम्प की टीम को रिकॉर्ड चंदा मिला है। ट्रम्प से बेहतर रिश्ता बनाने के लिए उद्योगपति जमकर फंडिंग कर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक अभी तक 170 मिलियन डॉलर (करीब 1.5 हजार करोड़ रुपए) आ चुके हैं। यह आंकड़ा 200 मिलियन डॉलर तक भी पहुंच सकता है। पिछली बार बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में 62 मिलियन डॉलर (500 करोड़ रुपए) का चंदा इकट्ठा हुआ था। वहीं ट्रम्प के 2017 के शपथ ग्रहण समारोह में 107 मिलियन डॉलर (925 करोड़ रुपए) इकट्ठा हुए थे।