मुंबई, 09 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को सोमवार को जनसुनवाई के दौरान एक सरकारी शिक्षक द्वारा रिश्वत देने की कोशिश की गई। शिक्षक पाठ्यक्रम समिति में शामिल होने की मांग को लेकर मंत्री से मिलने पहुंचा था। साथ में उसने एक प्रार्थना पत्र, मिठाई का डिब्बा और एक लिफाफा सौंपा। जब मंत्री के फोटोग्राफर ने लिफाफे में झांककर देखा तो उसमें 5 हजार रुपए निकले, जिसके बाद मंत्री ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और शिक्षक को वहीं बैठाकर पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया। पकड़ा गया शिक्षक चंद्रकांत वैष्णव बांसवाड़ा जिले के घाटोल ब्लॉक स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बुधा में ग्रेड थर्ड शिक्षक के पद पर कार्यरत है। वह राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा संचालित पुस्तक लेखन प्रक्रिया में खुद को शामिल करवाना चाहता था। इसी मकसद से वह जयपुर के सिविल लाइंस स्थित मंत्री आवास पर जनसुनवाई में पहुंचा था।
मदन दिलावर ने बताया कि उन्होंने लिफाफा सामान्य दस्तावेज समझकर रख लिया क्योंकि जनसुनवाई के दौरान ऐसे लिफाफे अक्सर आते हैं। लेकिन जब उनके फोटोग्राफर ने बताया कि उसमें पैसे हैं, तो उन्होंने खुद देखा और पाया कि उसमें 5 हजार रुपए रखे हैं। मंत्री ने कहा कि उन्हें तत्काल रामगढ़ बांध के दौरे पर निकलना था, इसलिए उन्होंने शिक्षक को वहीं बैठाया और पुलिस को सूचित कर दिया। इस मामले को लेकर मदन दिलावर ने भावुक प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह उनके जीवन की सबसे खराब और दुखद घटना है। उन्होंने कहा कि वे पिछले 35-36 वर्षों से राजनीति में हैं, लेकिन पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी ने ये सोचा हो कि शिक्षा मंत्री पैसे लेकर काम करवाते हैं। उन्होंने इसे न केवल व्यक्तिगत आघात बताया बल्कि समाज में मौजूद सोच पर भी चिंता व्यक्त की।