नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में पारित किए गए वक्फ (संशोधन) विधेयक और मुस्लिम वक्फ (निरसन) विधेयक को लेकर देश की राजनीति में नई हलचल शुरू हो गई है। इन दोनों विधेयकों को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी मिलने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें लेकर एक व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने का फैसला किया है। इस अभियान का उद्देश्य है—विधेयकों के महत्व, लाभ और सामाजिक प्रभाव को आम जनता तक पहुंचाना।
भाजपा के अनुसार, यह विधेयक सामाजिक न्याय, पारदर्शिता और समावेशी विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन विधेयकों को उन लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया है, जिनकी आवाजें अब तक अनसुनी रह गई थीं। विशेष रूप से मुस्लिम महिलाओं, गरीबों और उपेक्षित समुदायों के लिए यह विधेयक लाभकारी माने जा रहे हैं।
20 अप्रैल से 5 मई तक चलेगा विशेष अभियान
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर यह जनजागरूकता अभियान 20 अप्रैल से 5 मई 2025 तक देशभर में चलाया जाएगा। इसे वक्फ सुधार जनजागरूकता अभियान नाम दिया गया है, जो तीन स्तरों—प्रदेश, जिला और मंडल—पर संचालित होगा।
अभियान की विस्तृत कार्ययोजना
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प्रदेश स्तर पर कार्यक्रम
प्रदेश स्तर पर टाउन हॉल मीटिंग्स का आयोजन होगा, जिसमें मुस्लिम समाज के धार्मिक नेता, वकील, डॉक्टर, महिला कार्यकर्ता, मीडिया प्रमुख और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शामिल होंगे। इसके अलावा ईसाई समाज के लोगों के साथ संवाद बैठकें और महिला नेताओं के साथ विशेष संवाद भी आयोजित किए जाएंगे।
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जिला स्तर पर संवाद
सभी जिलों में प्रभावशाली मुस्लिम नेताओं और समुदाय के लोगों के साथ संवाद किया जाएगा। युवा मोर्चा द्वारा विधानसभा स्तर पर विशेष संवाद कार्यक्रम चलाया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस और प्रेजेंटेशन का भी आयोजन होगा।
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मंडल स्तर पर जनसंपर्क
कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से संवाद करेंगे। महिलाओं और मुस्लिम महिलाओं से विशेष संपर्क अभियान चलाया जाएगा। डिजिटल माध्यम से भी अभियान को गति दी जाएगी, जिसके तहत ग्राफिक्स, वीडियो संदेश और वॉक्स-पॉप वीडियो का प्रसार किया जाएगा।
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कार्यशालाएं और प्रशिक्षण
इस अभियान के तहत राष्ट्रीय कार्यशाला 10 अप्रैल को नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी। इसके बाद 15 से 17 अप्रैल के बीच प्रदेश कार्यशालाएं और 18-19 अप्रैल को जिला कार्यशालाएं होंगी।
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समन्वय और निगरानी
अभियान की निगरानी और समन्वय के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय महासचिव डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल कर रहे हैं। टीम में केंद्रीय मंत्री अनिल एंटनी, डॉ. अरविंद मेनन और अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी भी शामिल हैं।
सामाजिक समरसता का संदेश
भाजपा का यह अभियान केवल विधेयकों की जानकारी देने तक सीमित नहीं रहेगा। पार्टी का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों के साथ संवाद स्थापित करना, सामाजिक समरसता बढ़ाना और राष्ट्रीय एकता को और मजबूत करना है।