पांच विधानसभा चुनावों के नतीजे आने से पहले कांग्रेस ने सीट शेयरिंग के मुद्दे को टाल दिया था, दरअसल कांग्रेस चाहती थी कि नतीजे उनके पक्ष में आएं तो वह सौदेबाजी कर गठबंधन में ड्राइविंग सीट पर बैठे, लेकिन कांग्रेस के मंसूबों पर पानी फिर गया... नतीजा यह कि अगले ही दिन कांग्रेस ने बैठक की घोषणा कर दी लेकिन ममता और दूसरे नेता बैठक में शामिल होने से बचते रहे...सबने अपना-अपना एजेंडा बताया...लेकिन सबने एक बात जरूर कही कि गठबंधन में कोई दरार नहीं है...गठबंधन अर अच्छ होगी...जहाँ से बात आप फिर होगी एसपी, टीएमसी और जेडीयू भी देशभर में संयुक्त रैलियों की योजना बनाएंगे.
कांग्रेस की हार से भारत गठबंधन का कारवां नहीं रुकेगा
कांग्रेस की हार के बाद ममता बनर्जी की टेढ़ी नजर और तंज के तीरों से कांग्रेस को नुकसान तो जरूर हुआ... लेकिन खड़गे के यहां राहुल गांधी की मौजूदगी में भारतीय गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की बैठक नहीं रुक सकी आवास पर रामगोपाल यादव और जयंत चौधरी समेत कई नेता शामिल हुए...यह भी तय हुआ कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार से इंडिया अलायंस का कारवां नहीं रुकेगा...
यूनिटी ऑफ इंडिया गठबंधन पर क्या बोले नेता?
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार को अहंकार की हार बताया...और इंडिया अलायंस की एकता संकट में पड़ गई...लेकिन जब कांग्रेस नरम पड़ी तो इंडिया अलायंस के अन्य घटक दल भी इसमें शामिल हो गए विरोध। वे एकजुटता की दुहाई देने लगे...
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि ममता जी के घर पर शादी का कार्यक्रम है. स्टालिन जी बाढ़ पर काम कर रहे हैं. बाकी नेताओं के भी कुछ कार्यक्रम हैं. हम 16 या 18 दिसंबर को मिलेंगे. एक अन्य सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि गठबंधन की बैठक पर बातचीत चल रही है. कई नेताओं को आने में दिक्कत हो रही थी. हम I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक को पुनर्निर्धारित करेंगे। जल्द ही सभी लोग फिर मिलेंगे. बैठक में आगे की रणनीति तय की जायेगी.
आरएसपी सांसद एनके प्रेमचंद्रन ने कहा कि फ्लोर लीडर्स की बैठक एक सामान्य बैठक है. इसका I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक से कोई लेना-देना नहीं है। I.N.D.I.A गठबंधन मोर्चे में कुछ भी गलत नहीं है। हम और अधिक एकजुट होकर वापस आएंगे। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है. गठबंधन इसे सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. हम I.N.D.I.A गठबंधन को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।
28 दलों के गठबंधन का पहला प्रयास
28 पार्टियों के गठबंधन की यह पहली कोशिश है, 2019 के नतीजों के मुताबिक जिस राज्य में जिस पार्टी की स्थिति मजबूत है, वहां से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी...और पिछली बार जीती गई सीटों के हिसाब से उसी के उम्मीदवार जीतने वाली पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ एकमुश्त गठबंधन बनाया है. క్టి కికి కికికిలించిలు...सबसे ज्यादा उलझी दिल्ली पंजाब नजर आ रही है.