बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) बंपर जीत की ओर तेजी से बढ़ रहा है। शुरुआती रुझानों के अनुसार, नीतीश कुमार की जेडीयू, भारतीय जनता पार्टी (BJP), और चिराग पासवान की एलजेपी-आर (लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास) गठबंधन करीब 200 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जो स्पष्ट और प्रचंड बहुमत की ओर इशारा करता है। हालांकि, नतीजों के अंतिम आंकड़े आने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन चुनावी तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है।
JDU का बड़ा और विवादास्पद ऐलान
रुझानों में स्पष्ट बढ़त देखते हुए, जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) ने सबसे पहले बड़ा ऐलान कर दिया है। जेडीयू ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री होंगे, भले ही गठबंधन में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर रहा हो।
जेडीयू ने ट्वीट किया:
"न भूतो न भविष्यति.. नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री थे, हैं और रहेंगे।"
यह ट्वीट एक तरह से एनडीए गठबंधन के भीतर एक स्पष्ट संदेश देने की कोशिश थी कि भले ही बीजेपी सीटों के मामले में जेडीयू से थोड़ी आगे निकल जाए, मुख्यमंत्री का चेहरा नीतीश कुमार ही रहेंगे।
बीजेपी vs जेडीयू: सीटों का समीकरण
इस बार के विधानसभा चुनाव में जेडीयू और बीजेपी ने 101-101 सीट पर चुनाव लड़ा था, यानी दोनों सीटों पर बराबर के हिस्सेदार थे। हालांकि, शुरुआती रुझानों में बीजेपी का प्रदर्शन जेडीयू से बेहतर नजर आ रहा है, हालांकि यह अंतर बहुत बड़ा नहीं है और करीब 8-10 सीटों का ही दिख रहा है।
इस परिस्थिति में, जेडीयू का चुनाव नतीजों से पहले ही नीतीश कुमार को सीएम घोषित करने का ट्वीट, गठबंधन के भीतर शक्ति संतुलन को साधने का एक प्रयास माना जा रहा है।
नोट: जेडीयू ने थोड़ी देर बाद अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया था। दूसरी ओर, बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अंतिम नतीजे आने के बाद बीजेपी और जेडीयू के शीर्ष नेतृत्व के बीच मुख्यमंत्री पद और कैबिनेट में शक्ति बंटवारे को लेकर चर्चा होगी।