वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीच मंगलवार (4 मार्च) को स्थानीय शेयर बाजार एक बार फिर लाल निशान में खुला। प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स 300 अंकों से ज्यादा की गिरावट के साथ खुला जबकि निफ्टी 50 खुलते ही 22 हजार से नीचे फिसल गया।
भारतीय शेयर बाजारों से विदेशी निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली जारी है। सोमवार को एफआईआई ने रुपये का निवेश किया। 4,788.29 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची गई, जबकि डीआईआई ने रु। 8,790.70 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे गए।
आज बाज़ार किस प्रकार आगे बढ़ सकता है?
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च प्रमुख श्रीकांत चौहान के अनुसार, निफ्टी पर 22,000 और सेंसेक्स पर 72,800 का स्तर दिन-व्यापारियों के लिए मजबूत समर्थन का काम करेगा। ऊपर की ओर, 22,200/73,400 तेजड़ियों के लिए प्रतिरोध स्तर होगा। यदि बाजार 22,200/73,300 से ऊपर चला जाता है, तो यह 22,250–22,300/73,500-73,800 की ओर बढ़ सकता है। दूसरी ओर, यदि यह 22,000/72,800 से नीचे गिरता है, तो निवेशक अपनी लंबी स्थिति को छोड़ने का विकल्प चुन सकते हैं।
वैश्विक बाज़ारों से क्या संकेत आ रहे हैं?
मंगलवार को वैश्विक बाजारों में गिरावट का रुख देखा जा रहा है। सोमवार को अधिकांश अमेरिकी शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। प्रमुख वॉल स्ट्रीट सूचकांकों में गिरावट आई, एसएंडपी 500 में 1.76 प्रतिशत, डाऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 1.48 प्रतिशत तथा नैस्डैक कंपोजिट में 2.64 प्रतिशत की गिरावट आई, जिसके कारण एनवीडिया के शेयरों में 8 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।
कनाडा ने अमेरिका पर जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा मंगलवार से कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ बढ़ाने के फैसले से आज शेयर बाजार की धारणा पर असर पड़ने की संभावना है। जवाब में, कनाडा ने भी तत्काल प्रभाव से अमेरिका पर "प्रतिशोधात्मक" शुल्क लगाने की घोषणा की है।
इसका असर न केवल वैश्विक व्यापार पर पड़ेगा, बल्कि निवेशकों के विश्वास को भी प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि व्यापारिक तनाव बढ़ता है, तो इसका सीधा प्रभाव वैश्विक और भारतीय बाजारों पर पड़ेगा।